Diet
चाय बनाने के तरीके-bubble tea tandoori chai lemon shincha
चाय बनाने के तरीके बहुत से हैं जैसे नींबू,अदरक,मसाला,पुदीना,सौंफ,ग्रीन टी और (bubble tea,lemon,tandoori chai,shincha)लौंग की चाय आदि|अनेकों प्रकार की चाय पूरी दुनिया में बनाई जाती है तो आइए जानते हैं चाय कितने प्रकार की होती है और इसे कैसे बनाते हैं|
चाय एक लोकप्रिय पेय पदार्थ है पूरी दुनिया के अधिकांश लोग इसे पसंद करते हैं सुबह चाय के साथ अखबार पढ़ने की आदत पूरी दुनिया में प्रचलित है ज्यादातर लोगों की दिन की शुरुआत चाय से ही होती है सुबह उठते ही चाय पीने का मजा अलग ही होता है|ज्यादातर लोग सोचते हैं चाय की शुरुआत भारत से ही हुई है लेकिन ऐसा नहीं है और चाय के विषय में और भी बहुत सी रोचक जानकारियां आइए जानते हैं|
चाय का इतिहास-History of tea
सन् ३५० से ही चाय पीने की परंपरा का पहला उल्लेख मिलता है|सन् १६१० में डच व्यापारी चीन से चाय यूरोप ले गए और धीरे-धीरे ये पूरी दुनिया का चहेता पेय पदार्थ बन गया।ऐसा लोग बताते हैं कि चीन के सम्राट शैन नुंग रोजाना सुबह अपने बागान में बैठकर गरम पानी पिया करते थे एक दिन अचानक से कुछ पत्तियां गर्म पानी में गिर गई और पानी का रंग बदल गया और उसमें अच्छी खुशबू आने लगी उन्होंने सोचा कि इसको पी कर देखा जाए जब उन्होंने गरम पानी को पिया तो उनके शरीर में ताजगी और स्फूर्ति आ गई और धीरे-धीरे वहां के सभी लोग इस पत्ती वाले गर्म पानी को पीने लगे और इसको चाय का नाम दे दिए|धीरे-धीरे यह चीन की जनता का पसंदीदा पेय पदार्थ बन गया|चीन अपने देश में आने वाले विदेशियों का स्वागत इसी पेय पदार्थ से करने लगा |
भारत में चाय का इतिहास-History of tea in India
चूंकि पूरी तरह से प्राकृतिक था इसलिए चीन में बौद्ध भिक्षुओं ने भी इसका सेवन शुरू कर दिया चाय पीने से उन्हें ताजगी मिलती थी और लंबे समय तक नींद नही आने के कारण वे ध्यान कर पाते थे.जब उन्हें चाय के फायदे मालूम हुए तो वे अपने साथ इसकी पत्तियों को संभाल कर रखने लगे.और बौद्ध भिक्षु जहां भी जाते थे इसका चाय बनाकर पीते थे और वहां के लोगों को भी पिलाते थे|और इस तरह चाय के बारे में भारत तक भी जानकारी पहुंच चुकी थी|बौद्ध की शिक्षाओं से प्रभावित होकर जैन धर्म के संस्थापक महावीर ने ध्यान करना शुरू किया बौद्ध भिक्षुओं से ध्यान के गुण सीखने के दौरान महावीर को चाय की पत्तियों के बारे में पता चला फिर उन्होंने भारत के असम में उन झाडियों को खोज निकाला, जहां से चाय की पत्तियां मिल सकती थीं.और इस तरह महावीर ने पत्तियों के सहारे करीब 7 साल तक ध्यान किया और इस दौरान वह अपने आप को जिंदा रखने के लिए चाय की पत्तियों को चबाया करते थे|कहते हैं बौद्ध भिक्षुओं द्वारा ही आसाम की आम जनता को चाय के गुणों के बारे में पता लगा|
भारत में चाय की खेती का इतिहास-History of tea cultivation in India
सन् 1815 में कुछ अंग्रेज़ यात्रियों का ध्यान असम में उगने वाली चाय की झाड़ियों पर गया, जिसको स्थानीय क़बाइली लोग चाय की तरह एक पेय बनाकर पीते थे।भारत में चाय के पौधों का उत्पादन सन् 1834 में अंग्रेज सरकार द्वारा व्यापारिक रूप से परीक्षण किया गया था जबकि जंगली अवस्था में इसकी पैदावार पहले से ही होती थी।भारत के गवर्नर-जनरल लॉर्ड बैंटिक ने 1834 में चाय पीने की परंपरा भारत में शुरू करने और उसका उत्पादन करने के लिए एक समिति का गठन किया। इसके बाद 1835 में असम में चाय के बाग़ लगाए गए।
चाय के प्रकार-Types of tea
पूरी दुनिया में चाय को लोग हजारों तरीकों से बनाते हैं लेकिन इसके मुख्य चार प्रकार होते हैं सफेद चाय-White tea काली चाय-Black tea हरी चाय-Green tea ऊलौंग चाय-Oolong tea.
इसके अलावा दुनिया में चाय के अनेकों नाम है जैसे-lemon tea,tandoori chai,bubble tea,shincha,ice tea ,hot tea,अदरक की चाय,लौंग की चाय,पुदीने की चाय,तुलसी की चाय आदि|आइए जानते हैं कुछ सबसे लोकप्रिय चाय कैसे बनाते हैं|
शाही मसाला चाय-Shahi Masala Tea
सामग्री-material
दूध- Milk = 4 कप-cups
चीनी-sugar =4 चम्मच-spoon
चाय पत्ती-tea leaves =3 चम्मच-spoon
पानी-Water =1/2 कप-cups
इलायची-Cardamom =4 टुकड़े-pieces
काली मिर्च-Black pepper =4-5 दाने-grains
लौंग-Cloves =2-3
दालचीनी-Cinnamon =थोड़ी सी-A little
सौंफ-Anise =आधा चम्मच-Half a teaspoon
सोंठ पाउडर-Dry ginger powder =आधा चम्मच-Half a teaspoon
केसर-saffron =एक चुटकी-a pinch
मसाला-Spice
पहले इनको (इलायची,काली मिर्च,लौंग,दालचीनी,सौंफ) मिलाकर अच्छी तरह से कूंट लें|और फिर इसमें सोंठ पाउडर मिला लें|
बनाने की विधि-recipe
अब सबसे पहले एक पतीले में पानी और दूध डालें और उसको 5 मिनट तक उबाले.उसके बाद चाय पत्ती और तैयार किया हुआ मसाला मिलाएं फिर इसमें केसर और चीनी मिला लें|
और चाय को 5 मिनट तक और उबालें फिर चाय को छलनी से छान कर कप में निकाल लें|
नींबू की चाय-lemon tea
सामग्री-material
चाय पत्ती-tea leaves =1 चम्मच-spoon
पानी-Water =2 कप-cups
इलायची-Cardamom =2 टुकड़े-pieces
काली मिर्च-Black pepper =4-5 दाने-grains
लौंग-Cloves =2-3
चीनी-sugar =2 चम्मच-spoon
नींबू-lemon = 1चम्मच-spoon
बनाने की विधि-recipe
सबसे पहले दो कप पानी में एक चम्मच चाय पत्ती डालकर 5 मिनट तक उबालें फिर उसमें इलायची,काली मिर्च,लौंग को अच्छी तरह से कूट कर चाय में मिला दे फिर चीनी डालकर 2 मिनट तक और उबालें फिर उसमें एक चम्मच नीबू मिलाकर उसे छलनी से छान कर कप में निकाल लें|
हरी चाय-Green tea
सामग्री-material
हरी चाय-Green tea =आधा चम्मच-1 Tea bag
पानी-Water =1 कप-cups
शहद-Honey =आधा चम्मच-1/2 spoon
बनाने की विधि-recipe
सबसे पहले पानी को 2 मिनट तक उबालें फिर गैस को बंद कर दें अब उसमें ग्रीन टी को डालकर 2 मिनट तक हिलाएं फिर उसे छानकर कप में निकाल लें|अब आप चाहे तो उसे पी सकते हैं और अगर स्वाद पसंद नहीं है तो शहद भी मिला सकते हैं|
सफेद चाय-White Tea
सामग्री-material
सफेद चाय-White Tea =1 चम्मच-1 spoon
पानी-Water =1 कप-cups
बनाने की विधि-recipe
सबसे पहले पानी को 2 मिनट तक उबालें फिर गैस को बंद कर दें अब उसमें सफेद चाय-White Tea को डालकर हिलाएं फिर उसे 5 मिनट के लिए छोड़ दें फिर उसे छानकर पी सकते हैं|
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चाय के बारे में कुछ और रोचक जानकारियां
चाय की 1500 से ज्यादा किस्में हैं |
चाय को चाय के पौधों की पत्तियों से बनाया जाता है|
चीन के लोगों ने चाय पीने की शुरुआत सबसे पहले की थी|
भारत में चाय की खेती की शुरुआत सन् 1835 में हुई थी|
पानी के बाद चाय एक ऐसा पेय पदार्थ है जो सबसे ज्यादा पिया जाता है|
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