Ayurvedic
चिरौंजी के फायदे और नुकसान | Chironji
चिरौंजी के फायदे – Chironji – चिरौंजी छोटे-छोटे दानों वाली होती है, जो सूखे फलों की श्रेणी में आती है। चिरौंजी के फल का ऊपरी भाग बहुत कठोर होता है जिसे तोड़कर उसके अंदर के बीजों को निकाला जाता है और उन्ही बीजो को चिरौंजी के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग विशेष प्रकार के पकवान बनाने में किया जाता है।
इसको अंग्रेजी में कुड्डापाह आल्मन्ड (Cuddapah almond) कहते है और इसका वैज्ञानिक नाम Buchanania lanzan है। इसमें एन्टीसेप्टिक गुण के अलावा बहुत सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते है इसलिए इसको खाने से शरीर स्वथ्य रहता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और इसे ज्यादातर गर्मियों में खाया जाता है और इसके कई सारे औषधीय गुण होते है। चिरौजी (Chironji) में प्रोटीन, विटामिन, वसा, कैल्शियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट लिनोलिक, मेलिइक अम्ल और अमीनो अम्ल जैसे तत्व होते है।

चिरौंजी – Chironji के पेड़ और फल के उपयोगी भाग
- चिरौंजी का फल (बीज)
- चिरौंजी के बीज का तेल
- चिरौंजी के पेड़ की पत्तियाँ
- चिरौंजी के पेड़ का गोंद
- चिरौंजी के पेड़ की जड़
- चिरौंजी पेड़ के तने की छाल
Chironji – चिरौंजी के फायदे
दिमाग के लिए लाभकारी चिरौंजी
चिरौंजी के सेवन से दिमाग की कार्य क्षमता अच्छी हो जाती है और हमारी याददाश्त बढ़ने लगती है। यह बच्चो के लिए बहुत उपयोगी होता है और उनकी पढाई में बहुत मदद करता है। चिरौंजी उनके एकाग्रता और स्मृति शक्ति को मजबूत कर देता है।
चोट लगने पर चिरौंजी
शरीर पर किसी प्रकार के चोट लगने पर घाव हो जाता है, यदि घाव का इलाज समय पर न हो तो वह बढ़ने लगता है और इसके बढ़ने की वजह छोटे बैक्टीरिया होते है। चिरौंजी – (Chironji) में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बायोफिल्म गुण होते हैं जो इन बैक्टीरिया के प्रभाव से बचाता है। और घाव को बढ़ने से रोकता है।
रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाये चिरौंजी
चिरौंजी – Chironji के नियमित प्रयोग से रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ता है इसी वजह से गर्भवती महिला को चिरौंजी का सेवन कराया जाता है। जिससे माँ और होने वाले बच्चे किसी बीमारी से ग्रसित न हो पाए। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कोई भी इसका नियमित सेवन कर सकता है।
चेहरे के लिए गुणकारी चिरौंजी
चिरौंजी को पीसकर उसके लेप को गुलाबजल के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरा चमकदार और मुलायम हो जाता है। यह दाग धब्बों को भी कम करता है। चिरौंजी में एंटीसेप्टिक गुण होते है जो त्वचा विकार में लाभकारी होते है।
जोड़ो के दर्द के लिए चिरौंजी
चिरौंजी के तेल से जोड़ो और कमर पर मालिश करने से उस जगह होने वाले दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा शरीर पर किसी प्रकार का सूजन होने पर चिरौंजी के तेल से किया गया मसाज बहुत लाभ देता है।
बालों के लिए चिरौंजी
चिरौंजी की पत्तियों को पीसकर बालों में लगाने से यह एक प्राकृतिक कंडीशनर का काम करता है। और यह बालों को चमकदार, मजबूत और मुलायम बनाता है।
सर दर्द में लाभकारी चिरौंजी
चिरौंजी में दर्द नाशक वाले गुण होते है अतः इसके नियमित इस्तेमाल से सर दर्द जैसी समस्या से राहत मिलती है। इसलिए जिनको सर दर्द की समस्या रहती है वो लोग चिरौंजी को अपने भोजन में शामिल कर सकते है।
Chironji – चिरौंजी के नुकसान
चिरौंजी – Chironji के अधिक सेवन से पेट का पाचन ख़राब हो सकता है और कब्ज तथा दस्त जैसी समस्या हो सकती है।
इसके अत्यधिक सेवन से शरीर का ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
चिरौंजी के ज्यादा खाने से लिवर में सूजन होने की संभावना बनी रहती है।
चिरौंजी के अधिक सेवन से दिल की धड़कने बढ़ सकती है।
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