Diet
करौंदा के फायदे | karonda fruit
करौंदा के फायदे – karonda fruit – करौंदा एक फल है जो छोटे से गोल आकार का होता है। इसका रंग गुलाबी और गहरा लाल होता है, इसका स्वाद खट्टा और हल्का मीठा होता है। घरों में करौंदे का प्रयोग चटनी, मुरब्बा, अचार और सब्जी बनाने में किया जाता है। करौंदे पकने के बाद काले रंग के हो जाते है। इन काले फल को कृष्णपाक फल के नाम से भी जाना जाता है।
करौंदे को अंग्रेजी में क्रेनबेरी (Cranberries) कहते है। इसका वैज्ञानिक नाम Vaccinium subg. Oxycoccus है। करौंदे में विटामिन-सी, प्रोटीन, फैट, कैलोरी, मिनरल, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फासफोरस, साइट्रिक एसिड जैसे पौष्टिक तत्व के साथ एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते है। करौंदा अपने स्वाद और औषधीय गुणों के कारण बहुत लोकप्रिय है।
करौंदे को उपयोग में लाये जाने वाले भाग
- करौंदे का फल
- करौंदे की जड़
- करौंदे के फूल का चूर्ण (पाउडर)
- करौंदे का पत्ता और उसका रस
- करौंदे के पेड़ की जड़ से बना चूर्ण (पाउडर)
- करौंदे के कच्चे फल को सूखाकर उसका चूर्ण (पाउडर)
करौंदा के फायदे – karonda

मधुमेह रोगियों के लिए करौंदा
करौंदा (karonda) के फायदे मधुमेह रोगियों के लिए कुछ हद तक लाभकारी हो सकता है। इसमें ब्लड शुगर कम करने और मधुमेह के लक्षण से शरीर को राहत देने का गुण होता है। इसलिए कोई व्यक्ति जिसको ऐसी समस्या है वह करौंदे का सेवन करके इस बीमारी से थोड़ी राहत पा सकता है।
शरीर की इम्यूनिटी के लिए करौंदा
करौंदा फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। जिससे शरीर की रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ने लगती है और इस तरह हमें मौसमी बीमारी जैसे- बुखार, खांसी, जुखाम और दस्त जल्दी नहीं होते है। करौंदा (karonda) इस तरह एक इम्युनिटी बूस्टर का काम करता है।
ट्यूमर और कैंसर को कम करे
करौंदे में सैलिसिलिक एसिड और पॉलीफेनोलिक यौगिक की मात्रा होती है। जिससे शरीर में होने वाले ट्यूमर और सूजन काफी हद तक रोकने में मदद करता है। इसके अलावा करौंदे में किमोप्रोटेक्टिव के साथ एंटीकैंसर का भी गुण होता है। जो कैंसर को बढ़ने और उसके विस्तार में रुकावट लाता है और इस तरह करौंदे (karonda) खाने वाले को कैंसर का खतरा कम हो जाता है
त्वचा के लिए करौंदा
करौंदा शरीर की त्वचा के लिए बहुत फायदा करता है। इसे खाने और इसका जूस पीने से त्वचा में आयी सिकुड़न खतम होने लगती है जिस कारण त्वचा में कसाव आने लगता है और हम जवान दिखने लगते है। इसके अलावा यह चेहरे पर हुए लाल दाने को भी खतम करता है। करौंदा (karonda) के फायदे त्वचा के लिए भी बहुत लाभदायक है।
गर्भावस्था में संक्रमण से सुरक्षा
जानकारों का यह मानना है की किसी भी गर्भवती महिला को गर्भावस्था के दौरान यूटीआई होने का खतरा बना रहता है। यूटीआई का कारण मूत्र पथ के कोशिकाओं पर रुके सूक्ष्मजीव होते है। करौंदे (karonda) के रस पीने से मूत्र पथ के कोशिकाओं रुके यह सूक्ष्मजीव पेशाब के साथ बाहर बह जाते है। और इस तरह से यूटीआई या मूत्र संक्रमण की समस्या से करौंदा राहत देता है।
वजन घटाने में करौंदा
करौंदे का प्रयोग वजन घटाने में किया जा सकता है। इसमें मौजूद फाइबर की वजह से बार-बार भूख नहीं लगती है और पेट भरा-भरा सा रहता है। करौंदे के रस पीने से शरीर का फैट कम होने लगता है और इस तरह हम अपना वजन नियंत्रित कर सकते है।
मुँह के स्वाथ्य के लिए करौंदा
करौंदे (karonda) के सेवन से मुँह की बदबू कम हो जाती है। दांतों में बैक्टीरिया जो कैविटी का कारण होते है यह उन बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा यह मसूड़ों में सूजन होने से बचाता है। और हमारे मुँह की समस्या को दूर रखता है।
करौंदे का अचार
करौंदा के नुकसान
करौंदे के प्रयोग से त्वचा की प्रतिक्रिया हो सकती है।
ज्यादा मात्रा में करौंदा खाने पेट का पाचन बिगड़ सकता है।
ज्यादा खट्टी चीज खाने से हड्डियां कमजोर पड़ने लगती है। इसलिए हमेशा पका करौंदा खाने का प्रयास करे।
करौंदे के अत्यधिक सेवन से ऑक्सालेट स्टोन की समस्या हो सकती है।
एस्पिरिन से जिनको एलर्जी है वो लोग करौंदा खाने से बचे।
जो लोग करौंदे का बीज खाते है वो लोग भी इससे बचे।
ज्यादा मात्रा में करौंदा खाने से खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ सकती है।
हमें उम्मीद है यह लेख करौंदा के फायदे | karonda fruit आपको बहुत पसंद आया होगा अगर अभी भी आपको कुछ सवाल पूछना है तो नीचे कमेंट में जरूर लिखें या अपनी राय हमें देना चाहते हैं तो जरूर दीजिए ताकि हम आपके लिए कुछ नया कर सकें और यदि आप इस लेख से संतुष्ट हैं तो अपने दोस्तों को अवश्य शेयर करें.चलो बनाए देश को रोग मुक्त धन्यवाद।